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Showing posts from May, 2020

लू से बचने के उपाय जरूर पढ़ें

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दोस्तों भीषण गर्मी शुरू हो चुकी है और सबसे मुख्य इस गर्मी में चलने वाली गर्म हवा जिसे लू कहते हैं उससे बच के रहने की जरूरत है भारत के कुछ राज्यों के साथ दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी शुरूआत हो चुकी है । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के मुताबिक, आगामी कुछ दिनों में जबरदस्त लू चलेगी।  इस दौरान 30 किलोमीटर की रफ्तार से गर्म हवा चलने की भी आशंका है। मौसम विभाग का यह भी पूर्वानुमान है कि अगले कुछ दिनों तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। हो सकता है अधिकतम तापमान 45 डिग्री के पार भी जा सकता है। इसी के मद्देनजर दिल्ली में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है। आइये जानते हैं कि आप किन उपायों को अपनाकर लू से बच सकते हैं? क्या होती है लू गर्मियों के मौसम में मई-जून के दौरान उत्तर-पूर्व तथा पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर चलने वाली उष्ण तथा शुष्क हवाओं को लू कहा जाता है। कुछ जगहों पर गर्म हवा भी कहते हैं। मई-जून के महीने में चलने वाली लू के दौरान अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री या इससे भी अधिक रहता है, ऐसे में गर्म हवाएं लोगों की परेशा

एचआईएल(इंडिया) ने टिड्डी नियंत्रण कीटनाशक उपलब्ध किया

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टिड्डियों की समस्या भारत के किसानों के लिए बहुुुत बड़ी  चुनौती बन रही है जिसके कारण फसलों को भारी क्षति हो रही है और किसानों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है उसके साथ लॉक डाउन ने भी अलग समस्या उत्पन्न हो रही है जिससे कोविड-19 के कारण किए गए लॉकडाउन से उत्‍पन्‍न लॉजिस्टिक्स एवं अन्य चुनौतियों के बावजूद रसायन और उर्वरक मंत्रालय के रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के अधीनस्‍थ सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) ‘एचआईएल (इंडिया) लिमिटेड’ ने कृषक समुदाय के लिए बिल्‍कुल ठीक समय पर कीटनाशकों का उत्पादन और आपूर्ति सुनिश्चित की है। एचआईएल अब भारत और ईरान के बीच सरकारी स्‍तर पर हुई व्यवस्था के तहत ईरान को टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम के लिए 25 एमटी मैलाथियान टेक्निकल का उत्पादन और आपूर्ति करने की प्रक्रिया में है। केंद्रीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने इस वस्तु यानी कीटनाशक का उत्‍पादन कर इसकी आपूर्ति ईरान को करने के लिए एचआईएल से संपर्क किया है। यही नहीं, इस केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम की क्रेडिट रेटिंग ‘बीबी’ से बढ़ाकर ‘बीबीबी- ’ कर दी गई है, जो एक ‘स्थिर निवेश ग्रेड’ को दर्शाती है

ट्रेन चलने के नियम जो 1 जून 2020 से शुरू हो रही जरूर पढ़ें

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ये प्रवासियों और उन लोगों की मदद करने के लिए चलेंगी, जो श्रमिक ट्रेनों के अलावा अन्य से यात्रा करना चाहते हैं। ये नियम श्रमिक ट्रेनों, जो बड़ी संख्या में चलती रहेंगी, के अलावा अन्य ट्रेनों के लिए हैं। 100 जोड़ी ट्रेनों की सूची तैयार है। टिकटों की बुकिंग और चार्ट का बनना, कोटा, रियायतें, रद्दीकरण और धन वापसी, स्वास्थ्य जांच, खानपान, लिनन आदि के लिए नियम बनाए गए। इन ट्रेनों के लिए बुकिंग 21 मई 2020 को सुबह 10 बजे से शुरू होगी। अन्य नियमित यात्री सेवाएं, जिसमें सभी मेल/एक्सप्रेस शामिल हैं, यात्री और उपनगरीय सेवाएं अगले निर्देश तक रद्द रहेंगी। ट्रेन में कोई अनारक्षित कोच नहीं होगा। किराया सामान्य होगा और आरक्षित होने के कारण सामान्य (जीएस) कोचों के लिए सेकेंड सीटिंग (2एस) का किराया लिया जाएगा और सभी यात्रियों को सीट उपलब्ध कराई जाएगी। आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिए केवल ऑनलाइन ई-टिकट ही कराए जा सकेंगे। किसी भी रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर कोई टिकट बुक नहीं किया जाएगा।  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्लू) और गृह मंत्रालय (एमएचए) के परा

20 मई तक चक्रवाती तूफान को लेकर कैबिनेट सचिव की आपात बैठक:जरूर पढ़ें

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हम गांव एक्सप्रेस लगातार आप तक कृषि एवं मौसम सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण समाचार उपलब्ध करते आ रहे हैं ऐसे में किसान भाई एवं मछुआरों के लिए मौसम सम्बंधित महत्वपूर्ण समाचार मौसम जिस प्रकार करवट ले रहा है ऐसे में सभी लोगों को एहतियात बरतने कि जरूरत है इसके लिए केंद्र सरकार भी लगातार राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी व आपदा बिभाग सम्पर्क में है मुख्य रूप से कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की एक बैठक बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवाती तूफान की तैयारी की समीक्षा के लिए आयोजित की गई। आईएमडी ने सूचित किया कि बंगाल की खाड़ी में जो दबाव बना है, उसके एक चक्रवाती तूफान में बदल जाने और 20 मई, 2020 तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरने का अनुमान है। बेहद तेज गति की हवाओं और ज्वारीय लहरों के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। बैठक के दौरान, संबंधित राज्य सरकारों ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न किसी भी उभरती स्थिति से निपटने की उनकी तैयारियों की पुष्टि की। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकारों ने मछुआरों को समुद्रर में न जाने की पर्याप्त चेतावनी दे

डेयरी लोन पर ब्याज में छूट के बारे में जरूर पढ़ें

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दूध का व्यवसाय करने वाले सभी किसान भाई व व्यवसायी के लिए राहत भरी खबर है कि उन सबको लॉक डाउन के दौरान हुए संकट से उबरने के लिए सरकार कि योजना से किसानों को राहत मिल सकती है हम गांव एक्सप्रेस कि टीम आप तक लगातार कृषि एवम ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण समाचार पहुंचा रहे हैं  डेयरी क्षेत्र पर कोविड-19 के आर्थिक प्रभावों की भरपाई करने के लिए मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने एक नई योजना "डेयरी क्षेत्र के लिए कार्यशील पूंजी ऋण पर ब्याज में छूट" की शुरुआत की है। योजना के तहत 2020-21 के दौरान डेयरी सहकारी समितियों और किसान उत्पादक संगठनों (एसडीसी और एफपीओ) को सहायता प्रदान की जायेगी। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान बड़ी मात्रा में दूध की खरीद और बिक्री में कमी होने के कारण, दूध / डेयरी सहकारी समितियों ने बड़े पैमाने पर अधिक समय तक उपयोग के लायक (शेल्फ-लाइफ) उत्पादों जैसे दूध पाउडर, सफेद मक्खन, घी, और यूएचटी दूध आदि के उत्पादन को अपनाया। इन उत्पादों को अपनाने के कारण धन के प्रवाह में कमी आयी और किसानों को भुगतान करने में कठिनाई हुई। आइसक्रीम, फ्लेवर

किसानों, प्रवासियों, छोटे कारोबारियों और स्ट्रीट वेंडरों के लिए वित्तमंत्री का संदेश

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देश में हुए लॉक डाउन को देखते हुए सरकार द्वारा कई निर्णय की घोषणा कि जा रही है खास कर मध्यमवर्गीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों किसान व दैनिक आय करने वाले सभी लोग शामिल है इन निर्णय से आने वाले समय में भारत की दशा बदलने व नए भारत के निर्माण में सहायक होगा ऐसे में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण  ने प्रवासियों, किसानों, छोटे कारोबारियों और रेहड़ी-पटरी वालों सहित गरीबों की सहायता के लिए अल्‍पकालि‍क और दीर्घकालिक उपायों की घोषणा की      प्रवासियों को दो माह तक मुफ्त अनाज प्रौद्योगिकी प्रणाली का उपयोग कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रवासी श्रमिक मार्च 2021 तक देशभर में उचित मूल्‍य की किसी भी दुकान से राशन (पीडीएस) प्राप्‍त कर सकें – एक राष्‍ट्र एक राशन कार्ड प्रवासी श्रमिकों और शहरी गरीबों के लिए‘किफायती किराया आवास परिसरों के लिए योजना शुरू की जाएगी ‘शिशु मुद्रा’ के तहत कर्ज लेने वालों के लिए 12 माह तक 2 प्रतिशत की ब्‍याज सब्सिडी – 1500 करोड़ रुपये की राहत रेहड़ी-पटरी वालों (स्‍ट्रीट वेंडर) के लिए 5000 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा पीएमएवाई (शहरी) के तहत एमआईजी के लिए ऋण संबद्ध सब्सि

16 मई तक मौसम पूर्वानुमान एवं मछुआरों के लिए चेतावनी:जरूर पढ़ें

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मौसम कि ख़बर किसानों के लिए महत्वपूर्ण होती है और गांव एक्सप्रेस कि टीम लगातार आप तक पहुंचा रहा है  जिससे किसान भाई को कृषि कार्य  बिना किसी समस्या के निपटाया जा सके ऐसे में दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी एवं समीपस्थ दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दबाव क्षेत्र का निर्माण और 16 मई की शाम तक इसके एक चक्रवाती तूफान के रूप में तीव्र हो जाने का अनुमान है भारत मौसम विज्ञान विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग का कहना है कि 13 मई की सुबह में दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी एवं समीपस्थ दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दबाव क्षेत्र का निर्माण हुआ है। इसकी बहुत संभावना है कि यह 15 मई को दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों के ऊपर दबाव के रूप में संकेंद्रित हो जाएगा और 16 मई की शाम तक दक्षिण पश्चिम और समीपवर्ती पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के रूप में और तीव्र हो जाने का अनुमान है। इसके आरंभ में 17 मई तक उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और फिर से उत्तर उत्तर-पूर्व दिशा में मुड़ जाने का अनुमान है। उपरोक्त प्रणाली के साथ, स्थितियां 16 मई, 2020 के आसपास दक्षिण बंगाल की

भारतीय रेल 12 मई से शुरू होने के बाद के क्या है दिशा निर्देश :पढ़ें जरूर

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कोरोना को हराने में  गांव एक्सप्रेस लगातार आप तक सरकार द्वारा जारी किए जा रहे सभी मुख्य योजनाए व दिशा निर्देश आप तक पहुंचाते आ रहे हैं ऐसे में भारतीय रेलवे ने श्रमिक ट्रेन चला कर देश के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे मजदूर व कामगार अपने गांव वापस पहुंच सके और उनकी सुरक्षा हो अब भारतीय रेल ने पुराने सिस्टम को फिर से पटरी पर लाने के लिए और सुविधा का ध्यान रखते हुए भारतीय रेल की यात्री सेवाएं 12 मई 2020 से क्रमबद्ध तरीके से आंशिक रूप से बहाल होंगी विशेष रेलगाड़ियों की 15 जोड़ी (30 ट्रेनों) का परिचालन किया जाएगा ये सेवाएं श्रमिक स्पेशल के अतिरिक्त होंगी वर्तमान में शुरू की गई इन विशेष रेलगाड़ियों में केवल वातानुकूलित श्रेणियां अर्थात फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड एसी होंगी आईआरसीटीसी वेबसाइट के माध्यम से केवल ऑनलाइन ई-टिकटिंग ही की जाएगी अधिकतम अग्रिम आरक्षण अवधि (एआरपी)अधिक से अधिक 7 दिन की होगी यात्रियों को अपना भोजन और पेयजल लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग को सुगम बनाने के लिए यात्री कम से कम 90 मिनट पूर्व स्टेशन पर पहुंचेंगे ट्रेन के भीतर किसी तरह की चादर

मिनी रत्न कम्पनी आरसीएफ के एनपीके उर्वरक सुफला बिक्री में 35%बढ़त

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हम गांव एक्सप्रेस आप किसानों एवम कृषि से जुड़े सभी उधोग व अनुसंधान की सभी जानकारी आप तक इस कोरोना संकट में लगातार पहुंचाते  आ रहे हैं और सबसे मुख्य सरकार द्वारा सभी योजनाएं जो देश हित मे उसको प्राथमिक रूप से आप तक उपलब्ध कर रहे हैं सबसे मुख्य  कोविड-19 लॉकडाउन के कारण पैदा हुई लॉजिस्टिक और अन्य गंभीर चुनौतियों के बावजूद, भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के अधीन पीएसयू, राष्ट्रीय केमिकल्स फ़र्टिलाइज़र्स लिमिटेड(आरसीएफ) ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए एनपीके उर्वरक सुफला की बिक्री में अप्रैल, 2019 के मुकाबले अप्रैल, 2020 में 35.47 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने खेती के पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा करने के लिए आरसीएफ को बधाई दी। इससे किसानों को उच्च पैदावार का लाभ मिलेगा। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि उनके मंत्रालय के तहत विभिन्न उर्वरक पीएसयू, कोविड–19 महामारी की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन की कठिनाइयों का सामना करने में भारतीय किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।  गौड़ा ने कहा कि उर्वरक विभाग के अलावा

“स्‍टार्ट अप इंडिया-पशु पालन बड़ी चुनौती” के विजेताओं को पुरस्‍कार प्रदान

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केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री,  गिरिराज सिंह, आज यहां “स्टार्टअप इंडिया-पशुपालन बड़ी चुनौती” के विजेताओं के लिए आयोजित पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर मंत्रालय में राज्‍य मंत्री  संजीव कुमार बाल्यान और सचिव  अतुल चतुर्वेदी उपस्थित थे। पशुपालन और डेयरी विभाग ने स्टार्टअप इंडिया के साथ साझेदारी में 'पशुपालन स्टार्टअप-बड़ी चुनौती' शुरू किया ताकि पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का समाधान करने के लिए अभिनव और व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य समाधान के लिए नई खोज की जा सके। इस चुनौती की शुरूआत प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी ने पिछले साल 11 सितंबर को मथुरा में एक राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम में की थी। चुनौती छह समस्या विवरणों के अद्वितीय समाधान के साथ सभी स्टार्टअप के लिए आवेदन के लिए खुली थी जिन्हें नीचे दिया गया है: मूल्य वर्धित उत्पाद:  छोटे घरेलू और निर्यात बाजारों के लिए नवीन तकनीकों का इस्‍तेमाल करते हुए कुछ मूल्य वर्धित डेयरी उत्पादों जैसे पनीर, स्मूदीज़, फ्लेवर्ड मिल्क, कस्टर्ड, दही, और अन्य एथनिक भारतीय उत्‍पादों को

आईसीएआर ने 12 भाषाओं में मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए परामर्श जारी किये

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जैसा कि कोविद -19 महामारी दुनिया भर में फ़ैल गयी है। और इस महामारी की रोकथाम के लिए लगाये गए लॉकडाउन ने देश में मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्रों (एक्वाकल्चर) को कई तरीकों से प्रभावित किया है और पूरी दुनिया में मत्स्य क्षेत्र के लाभ के लिए एफएओ ने स्वैच्छिक दिशानिर्देशों  में आईसीएआर के परामर्शों को शामिल किया है मछली पकड़ने की गतिविधियों और मीठे और खारे पानी की प्रणालियों में एक्वाकल्चर के अलावा बीज उत्पादन, चारा संयंत्र संचालन, आपूर्ति और बाजार श्रृंखला आदि कई संबद्ध गतिविधियाँ अत्यधिक प्रभावित हुई हैं। मोटे तौर पर, मछुआरों, श्रमिकों, प्रसंस्करण काम में लगे लोगों और उनके समुदायों को महामारी के खतरे का सामना करना पड़ रहा है। इससे पूरी मूल्य श्रृंखला और इस पर आधारित आजीविका भी प्रभावित हो रही है। कृषि क्षेत्र से जुड़े सभी हितधारकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई ), कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने अनुसंधान संस्थानों के माध्यम से विभिन्न उप-क्षेत्रों से जुड़े सभी लोगों को संवेदनशील

भारतीय प्राकृत कृषि पद्धति सहित जैविक खेती को बढ़ावा:तोमर

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देश मे किसानों के लिए कृषि विभाग लगातार किसानों के लिए कुछ नई नई योजनाओं के माध्यम से जोड़ने एवम कृषि में नए नए तकनीक का प्रयोग व भूमि के जरूरत अनुसार पर्याप्त तत्वों की पूर्ति की जा सके इसके लिए कोशिश जारी है केंद्रीय कृषि एवं  किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री  नरेंद्र सिंह तोमर ने एकीकृत मृदा पोषक तत्व प्रबंधन को किसान आंदोलन में तब्‍दील करने का आह्वान किया है। मृदा स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने जैव एवं जैविक उर्वरकों के बढ़ते उपयोग और रासायनिक उर्वरकों के कम इस्‍तेमाल के लिए मिशन मोड में जागरूकता अभियान लॉन्च करने का निर्देश दिया, जो पूरी सख्ती के साथ मृदा स्वास्थ्य कार्ड की सिफारिशों पर आधारित होने चाहिए। वर्ष 2020-21 के दौरान कार्यक्रम का प्रमुख फोकस देश के सभी जिलों को कवर करने वाले 1 लाख से भी अधिक गांवों के किसानों के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम पर होगा।  तोमर ने कृषि में शिक्षा प्राप्त करने वाले युवाओं, महिला स्वयं सहायता समूहों,  एफपीओ,  इत्‍यादि द्वारा ग्राम स्तरीय मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं (लैब) की स्थापना करने की वकाल