Posts

Showing posts from 2019

नकली खाद को पहचानने के उपाय

2 चम्मच यूरिया को साफ स्टील की कटोरी में 5 मिनिट तक गर्म करने पर यह वाष्प बन कर उड़ जाए कुछ भी शेष न रहे तो यूरिया शुद्ध है !! यदि कुछ शेष रहता है तो नकली !! देशी नमक आदि की मिलावट हो सकती है या किसी अन्य चीज की !!! किशान भाई इसे खुद कर सकते हैं !!! आपका बहुत धन और खेत बिगड़ने से बचेंगे !!! : डी ए पी 1 चम्मच को खाने वाला चुन हाथ में लेकर मलें मूत्र की बदबू आएगी , तो असली है वर्ना नदी की माली रेट में राखड मिलाकर बेंचा जा रहा है जिसमे चुना मिलाने और मलने से कोई बदबू नहीं आती ये नकली है !!! असली डी ए पी को तवे पर रख कर सेंकने से फूलता है रेत् कभी नहीं फूलेगी !!! #gaonexpress

खेत में दीमक प्रबंधन के उपाय

किसान फसलें उगाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन तमाम तरह के कीट , फसलों को चट कर जाते हैं। वैज्ञानिक विधि अपनाकर कीटनाशकों के बिना ही इनका नियंत्रण किया जा सकता है। इससे कीटनाशकों पर उनका खर्चघटेगा। खेत की मिट्टी से ज्यादा पैदावार पाने के लिए किसानों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। फसलें उगाने में उन्हें काफी पैसे भी खर्च करना पड़ता है। लेकिन मिटट्ी में पनपने वाले कीड़े-मकोड़े जैसे दीमक आदि फसलों को चट कर जाते हैं। इन कीटों से फसलों को सुरक्षित रखने के लिए भी कीटनाशकों पर किसानों को काफी खर्च करना पड़ता है। फसलें और कीट नियंत्रण के लिए वैज्ञनिक विधि अपनाकर किसान कीट नियंत्रण ज्यादा प्रभावी तरीके से कर सकते हैं। कीटों का फसलों पर असर : दीमक पोलीफेगस कीट होता है ,यह सभी फसलो को बर्बाद करता है | भारत में फसलों को करीबन 45 % से ज्यादा नुकसान दीमक से होता है। वैज्ञनिकों के अनुसार दीमक कई प्रकार की होती हैं। दीमक भूमि के अंदर अंकुरित पौधों को चट कर जाती हैं। कीट जमीन में सुरंग बनाकर पौधों की जड़ों को खाते हैं। प्रकोप अधिक होने पर ये तने को भी खाते हैं। इस कीट का वयस्क मोटा होता है, जो धूसर

स्वस्थ रहना है तो अनमोल जानकारी इसे जरूर पढ़ें

एक 62 वर्ष के बुजुर्ग को अचानक बांई आँख  से कम दिखना शुरू हो गया। खासकर  रात को नजर न के बराबर होने लगी।जाँच करने से यह निष्कर्ष निकला कि उनकी आँखे ठीक है परंतु बांई आँख की रक्त नलीयाँ सूख रही है। रिपोर्ट में यह सामने आया कि अब वो जीवन भर देख  नहीं पायेंगे।.... मित्रो यह सम्भव नहीं है.. मित्रों हमारा शरीर परमात्मा की अद्भुत देन है...गर्भ की उत्पत्ति नाभी के पीछे होती है और उसको माता के साथ जुडी हुई नाडी से पोषण मिलता है और इसलिए मृत्यु के तीन घंटे तक नाभी गर्म रहती है। गर्भधारण के नौ महीनों अर्थात 270 दिन बाद एक सम्पूर्ण बाल स्वरूप बनता है। नाभी के द्वारा सभी नसों का जुडाव गर्भ के साथ होता है। इसलिए नाभी एक अद्भुत भाग है। नाभी के पीछे की ओर पेचूटी या navel button होता है।जिसमें 72000 से भी अधिक रक्त धमनियां स्थित होती है नाभी में देशी गाय का शुध्द घी या तेल लगाने से बहुत सारी शारीरिक दुर्बलता का उपाय हो सकता है। 1. आँखों का शुष्क हो जाना, नजर कमजोर हो जाना, चमकदार त्वचा और बालों के लिये उपाय... सोने से पहले 3 से 7 बूँदें शुध्द देशी गाय का घी और नारियल के तेल नाभी में डालें और ना

लोगों का काम है कहना पर इसने तो कमाल कर दिया

केरल के दूर दराज के गांव इडुक्की में रहने वाले साजी थॉमस को लोग बचपन से गधा, बेवकूफ आदि कहकर पुकारते थे. थॉमस बोलने और सुनने में असमर्थ हैं. लेकिन हर बच्चे की तरह उनके भी सपने थे. वे बचपन से अपना विमान बनाना चाहते थे. लेकिन इसके लिए जरूरी स्कूली शिक्षा वे पूरी न कर सके. इसके बावजूद थॉमस विमान बनाने की कोशिश करते रहे, आस पड़ोस के लोगों को उनकी दीवानगी बेवकूफी लगती रही. वे थॉमस को तानों के अलावा और कुछ न दे सके. असल में 15 साल की उम्र में थॉमस ने एक छोटे विमान को खेतों पर दवा छिड़कते देखा. तभी से वे विमान के दीवाने हो गए. वे छिड़काव करने वाले पायलट के पास गए. पायलट ने उन्हें अपना मुंबई का पता दे दिया. कुछ महीनों बाद थॉमस घर से भागकर मुंबई पहुंच गए. उन्होंने पायलट को खोज लिया. बच्चे की जिज्ञासा देखकर पालयट भी हैरान हुआ, उसने थॉमस को एयरोडायनैमिक्स की कुछ सामग्री और नौकरी दी. इसके बाद तीन दशक तक कड़ी मेहनत हुई. थॉमस ने अपनी बहुत छोटी जमीन भी बेच दी. उन्होंने पहले एक विमान का ढांचा बनाया. दूसरी बार उन्होंने विमान में मोटरसाइकिल का इंजन लगाया, यह प्रयोग नाकाम साबित हुआ. फिर एक इंजीनियरिंग

मैडम आपसे मां कि खुशबू आ रही है

Image
झुझुनू के एक प्राथमिक स्कूल मे अंजलि नाम की एक शिक्षिका थीं वह कक्षा 5 की क्लास टीचर थी उसकी एक आदत थी कि वह कक्षा मे आते ही हमेशा "LOVE YOU ALL" बोला करतीं थी। मगर वह जानती थीं कि वह सच नहीं बोल रही । वह कक्षा के सभी बच्चों से एक जैसा प्यार नहीं करती थीं। कक्षा में एक ऐसा बच्चा था जो उनको फटी आंख भी नहीं भाता था। उसका नाम राजू था। राजू मैली कुचेली स्थिति में स्कूल आ जाया करता है। उसके बाल खराब होते, जूतों के बन्ध खुले, शर्ट के कॉलर पर मेल के निशान । पढ़ाई के दौरान भी उसका ध्यान कहीं और होता था। मेडम के डाँटने पर वह चौंक कर उन्हें देखता, मगर उसकी खाली खाली नज़रों से साफ पता लगता रहता.कि राजू शारीरिक रूप से कक्षा में उपस्थित होने के बावजूद भी मानसिक रूप से गायब हे यानी (प्रजेंट बाडी अफसेटं माइड) .धीरे धीरे मेडम को राजू से नफरत सी होने लगी। क्लास में घुसते ही राजू मेडम की आलोचना का निशाना बनने लगता। सब बुराई उदाहरण राजू के नाम पर किये जाते. बच्चे उस पर खिलखिला कर हंसते.और मेडम उसको अपमानित कर के संतोष प्राप्त करतीं। राजू ने हालांकि किसी बात का कभी कोई जवाब नहीं दिया था

कौन है देश की पहली युवा महिला सांसद

Image
देश की महिला युवा सांसद चन्द्राणी मुर्मू है जी हाँ इस लोकसभा चुनाव में  67822 मतों से बी जे पी के सांसदअनंत नायक को हराया है आपको जान कर हैरानी होगी की ये सांसद बनने के पहले सामान्य रूप से पढ़ाई बी टेक करके नौकरी की  तलाश में थी पर उनको भी ये नहीं पता था की उनको भी एक सांसद बन कर अपने क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा |चन्द्राणी मुर्मू के नाना अस्सी के दशक में दो बार कांग्रेस से संसद रह चुके थे और उसके बाद उनका परिवार कभी भी राजनीती में सक्रीय नहीं रहा पर इस बार बीजू जनता दल के मुखिया नविन पटनायक ने अचानक से घोषणा करते हुए लोकसभा चुनाव में युवा महिला को मौका देते हुए क्योंझर से टिकट देते हुए ऐतिहासिक जीत अर्जित की और देश के सबसे युवा सांसद की उपाधि ली   हालाँकि इसके पहले देश के सबसे युवा सांसद का ख़िताब इंडियन नेशनल लोक दल के दुष्यंत चौटाला के नाम था जो  देश के सबसे कम उम्र 26 साल के साद थे चौटाला को 2014 में हिसार लोकसभा से चुना गया था |पर चन्द्राणी मुर्मू ने 25 साल 11महीने की आयु में लोकसभा चुनाव जितने के बाद सबसे कम उम्र की सांसद का ख़िताब अपने नाम क

Subscribe

https://youtu.be/dGofMnutW_M